ओम का नियम – हिंदी में इसकी परिभाषा
ओम का नियम(Ohm’s law) – यदि भौतिक अवस्थायें जैसे की ताप, लंबाई इत्यादि स्थिर हो, तब किसी विधुत परिपथ में प्रतिरोध के सिरों पर उत्पन्न विभवान्तर(वोल्टेज) उस प्रतिरोध में प्रवाहित होने वाली धारा(flow of current) के समानुपाती होता है।
यानि की V ∝ I
इसको V=IR भी लिख सकते है।
यानि की V ∝ I
इसको V=IR भी लिख सकते है।
इस सूत्र(Formula) के द्वारा आप वोल्टेज, धारा और प्रतिरोध का मान निकाल सकते हैं।
Note : यहाँ –
V = विभान्तर(Voltage), इकाई Volt(V) हैं
I = धारा(Current), इकाई Ampere(A) हैं
R = प्रतिरोध(Resistance), इकाई Ohm(Ω) हैं
Note : यहाँ –
V = विभान्तर(Voltage), इकाई Volt(V) हैं
I = धारा(Current), इकाई Ampere(A) हैं
R = प्रतिरोध(Resistance), इकाई Ohm(Ω) हैं
यदि आपको विभान्तर यानि Voltage का मान पता करना है तो
Formula:- V=I×R
Formula:- V=I×R
यदि आपको धारा यानि Current का मान पता करना है तो
Formula:- I=V/R
Formula:- I=V/R
यदि आपको प्रतिरोध यानि Resistance का मान पता करना है तो
Formula:- R=V/I
Formula:- R=V/I
Note : “ओम का नियम तभी लागु होता है जब भौतिक अवस्थायें Constant(स्थिर) होती है।”
Example of Ohm’s law – ओम के नियम का उदहारण
Example 1: यदि I=5A और R=8Ω हो तो Voltage(V) क्या होगा?
Formula:- V=IxR
या, V = 5×8
या, V = 40 volts
या, V = 5×8
या, V = 40 volts
ओम के नियम के बारे में बहुत ही अच्छा समझाया आपने सर
ReplyDeleteThenks so much sar apne bahit accha padaya hai ap muje deli yaise hi padaya karo
ReplyDeleteVery nice sir
ReplyDeleteV....nc💕
ReplyDelete